जैव मंडल पारितंत्र का सबसे बड़ा उदाहरण है पारितंत्र की भांति जैव मंडल के भी 3 घटक होते हैं।1- जैव घटक – उत्पादक ,उपभोक्ता , अपघटक2 – अजैव घटक – स्थलमंडल, जलमंडल, वायुमंडल3 – ऊर्जा घटक – ऊर्जा का मुख्य स्रोत सूर्य है।जीवो की उपस्थिति स्थलमंडल, जलमंडल तथा वायुमंडल में जहां तक होती है उसी …
Month: April 2022
सौर मंडल, ब्रह्मांड व पृथ्वी की उत्पत्ति आदिकाल से ही पृथ्वी अथवा सौर मंडल अथवा ब्रह्मांड की उत्पत्ति के विषय में मानव जानने का प्रयास करता रहा है। सौरमंडल की उत्पत्ति से संबंधित संकल्पनाओं को दो वर्गों में रखा गया है। अद्वैतवादी परिकल्पना – इसे पेस्टल परिकल्पना भी कहते हैं। सर्वप्रथम कास्टे द वफन ने …
अनाच्छादन अपक्षय, अपरदन, बृहद क्षरण के सम्मिलित रूप को अनाच्छादन कहते हैं। अपने स्थान पर जब चट्टाने टूटती – फूटती है तो उसे अपक्षय कहते हैं। भौतिक अपक्षय में विघटन द्वारा, रासायनिक अपक्षय में वियोजन के द्वारा तथा प्राणी वर्गीय अपक्षय में जीवों एवं वनस्पतियों के द्वारा चट्टाने टूटती हैं। अपक्षय के कारक भौतिक कारक …