Month: March 2021

31 March 2021 Current affairs

ग्लोबल विंड एनर्जी 2021 रिपोर्ट चर्चा में क्योंग्लोबल विंड एनर्जी काउंसिल की वार्षिक रिपोर्ट के 16 वें संस्करण को COP26 के सम्मेलन से पहले जारी किया गया है । तथ्य ग्लोबल विंड एनर्जी काउंसिल ( जीडब्ल्यूइसी ) की एक नई रिपोर्ट के अनुसार , 2020 में हवा से बिजली पैदा करने की क्षमता 53 प्रतिशत …

PRELIMS FACTS

● मेरी सुरक्षा मेरा मास्क- मध्य प्रदेश सरकार● ‘केला’ महोत्सव का आयोजन- उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा(कुशीनगर)● नीति आयोग के आकांक्षी जिलों में- श्रावस्ती टॉप पर● देखो अपना राज्य पर्यटन बढ़ाने के लिए अरुणाचल प्रदेश● भारत का पहला टीवी मुक्त संघ शासित प्रदेश- लक्षद्वीप– टारगेट 2025– टीबी दिवस – 24 मार्च– Theme- The clock is ticking● …

PRELIMS FACTS

किस मशहूर फिल्ममेकर का 79 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है- अनिल धारकर हाल ही में आरबीआई के किस पूर्व डिप्टी गवर्नर का दिल का दौरा पड़ने से 68 वर्ष की उम्र में निधन हो गया- केसी चक्रबर्ती जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने जल जीवन मिशन के तहत कितने राज्यों के लिए प्रदर्शन …

29&30 March 2021 Current affairs

विश्व विकास रिपोर्ट 2021 सन्दर्भ विश्व बैंक समूह ने वर्ष 2021 के लिए अपनी प्रमुख रिपोर्ट , विश्व विकास रिपोर्ट जारी की है । रिपोर्ट का नाम ” वर्ल्ड डेवलपमेंट रिपोर्ट 2021 : डेटा फॉर बेटर लाइव्स ” है । तथ्य यह गरीब लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए डेटा परिदृश्य की बदलती …

महाद्वीपों एवं महासागरों की उत्पत्ति से संबंधित सिद्धांत

लॉर्ड कैनविन का मत- इनके अनुसार पृथ्वी की उत्पत्ति वायव्य कुण्डलाकार निहारिका से हुई है। यह अपनी प्रारंभिक अवस्था में वायव्य अवस्था में थी। पृथ्वी के शीतल होते समय संकुचन के कारण कुछ भाग ऊंचा रह गया तथा कुछ भाग नीचे की ओर धंस गया। ऊपर उठा भाग महाद्वीप बना तथा नीच धंसा भाग महासागर …

नदी

बहते हुए जल के द्वारा जल गति क्रिया पवन द्वारा अपवहन तथा हिमनद के लिए उत्पाटन की क्रिया से असंगठित चट्टानें अपरदीत होती हैं । इसी प्रकार अपघर्षण अपरदन के कारकों तथा अवसादों के सम्मिलित प्रभाव से होने वाली एक क्रिया है। जिसके द्वारा संलग्न सतह का कटाव होता है अर्थात अपरदन के यंत्र/कारक संलग्न …

कार्स्ट भू-आकारिकी

परिचय– चूना के पत्थर वाले चट्टानों के क्षेत्र को कार्स्ट क्षेत्र कहते हैं। तथा भूमिगत जल द्वारा निर्मित कार्स्ट क्षेत्रों के स्थलाकृति को कार्स्ट स्थलाकृति कहते हैं। उल्लेखनीय है कि ऊपरी सतह के नीचे चट्टानों के छिद्रों तथा दरारों में स्थित जल को भूमिगत जल कहते हैं। वर्षा का जल विभिन्न रूपों में सतह से …

हिमनद

परिचय– हिमनद अन्य अपरदन के कारकों के समान भूतल पर समतल स्थापना का कार्य करता है, हालांकि इसके अपरदनात्मक कार्य काफी विवादग्रस्त हैं। हिमनद धरातल पर सरिताओं के समान ही हिमयुक्त नदि के समान होते हैं उनकी गति मंद होती हैै। हिमनद वास्तव में हिम समूह होते हैं जो हिमक्षेत्र से गुरुत्व के कारण प्रवाहित …

पवन

शुष्क एवं अर्धशुष्क स्थलाकृतियां परिचय– पवन एक महत्वपूर्ण तृतीय स्थलाकृति के निर्माण का अभिकर्ता है। वायु शुष्क एवं अर्धशुष्क क्षेत्रों में विभिन्न प्रकार की अपरदन एवं निक्षेप जनित स्थलाकृतियो का निर्माण करता है। उल्लेखनीय है कि 10 इंच (25 सेंटीमीटर) से कम वार्षिक वाले क्षेत्रों को मरुस्थल (शुष्क) तथा 10 से 20 इंच (25 से …

तटीय भू आकृति

सागर के तटवर्ती क्षेत्र में अनेक अपरदन हुआ निक्षेप जनित स्थलाकृतियों का निर्माण होता है। इनके निर्माण में सागरीय तरंग, सागरिया धारा, ज्वारीय तरंग, सुनामी आदि की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। फिर भी इनमें सागरीय तरंगों को भू आकृति कार्य (अपरदन निक्षेप परिवहन) सर्वाधिक महत्वपूर्ण होता है। क्योंकि सागरीय तरंगे सर्वाधिक शक्तिशाली और प्रभाव कारी …