ग्लोबल विंड एनर्जी 2021 रिपोर्ट चर्चा में क्योंग्लोबल विंड एनर्जी काउंसिल की वार्षिक रिपोर्ट के 16 वें संस्करण को COP26 के सम्मेलन से पहले जारी किया गया है । तथ्य ग्लोबल विंड एनर्जी काउंसिल ( जीडब्ल्यूइसी ) की एक नई रिपोर्ट के अनुसार , 2020 में हवा से बिजली पैदा करने की क्षमता 53 प्रतिशत …
Month: March 2021
● मेरी सुरक्षा मेरा मास्क- मध्य प्रदेश सरकार● ‘केला’ महोत्सव का आयोजन- उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा(कुशीनगर)● नीति आयोग के आकांक्षी जिलों में- श्रावस्ती टॉप पर● देखो अपना राज्य पर्यटन बढ़ाने के लिए अरुणाचल प्रदेश● भारत का पहला टीवी मुक्त संघ शासित प्रदेश- लक्षद्वीप– टारगेट 2025– टीबी दिवस – 24 मार्च– Theme- The clock is ticking● …
परिचय– चूना के पत्थर वाले चट्टानों के क्षेत्र को कार्स्ट क्षेत्र कहते हैं। तथा भूमिगत जल द्वारा निर्मित कार्स्ट क्षेत्रों के स्थलाकृति को कार्स्ट स्थलाकृति कहते हैं। उल्लेखनीय है कि ऊपरी सतह के नीचे चट्टानों के छिद्रों तथा दरारों में स्थित जल को भूमिगत जल कहते हैं। वर्षा का जल विभिन्न रूपों में सतह से …
शुष्क एवं अर्धशुष्क स्थलाकृतियां परिचय– पवन एक महत्वपूर्ण तृतीय स्थलाकृति के निर्माण का अभिकर्ता है। वायु शुष्क एवं अर्धशुष्क क्षेत्रों में विभिन्न प्रकार की अपरदन एवं निक्षेप जनित स्थलाकृतियो का निर्माण करता है। उल्लेखनीय है कि 10 इंच (25 सेंटीमीटर) से कम वार्षिक वाले क्षेत्रों को मरुस्थल (शुष्क) तथा 10 से 20 इंच (25 से …
सागर के तटवर्ती क्षेत्र में अनेक अपरदन हुआ निक्षेप जनित स्थलाकृतियों का निर्माण होता है। इनके निर्माण में सागरीय तरंग, सागरिया धारा, ज्वारीय तरंग, सुनामी आदि की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। फिर भी इनमें सागरीय तरंगों को भू आकृति कार्य (अपरदन निक्षेप परिवहन) सर्वाधिक महत्वपूर्ण होता है। क्योंकि सागरीय तरंगे सर्वाधिक शक्तिशाली और प्रभाव कारी …