Month: March 2021

भूसन्नतियां वलित पर्वत निर्माण

भूसन्नति एवं पर्वत संरचना- प्रथम श्रेणी के उच्चावचो (महाद्वीप एवं महासागर) के भूगर्भिक इतिहास का अध्ययन करने से यह ज्ञात होता है कि शुरुआती दौर में स्थल खंडों के मध्य जलपूर्ण गर्त होते थे।दो दृढ़ स्थलखंडो के बीच स्थित इन उथले सकरे जलपूर्ण गर्तों को भूसन्नतियो के नाम पर जाना जाता है। भूसन्नतियो के भूगर्भिक …

पृथ्वी की उत्पत्ति

आदिकाल से ही पृथ्वी अथवा सौरमंडल तथा ब्रम्हांड की उत्पत्ति के विषय में जानने की जिज्ञासा मानव की सोच विस्तार का केंद्रीय विषय वस्तु रहा शुरुआती दौर में पृथ्वी अथवा सौरमंडल की उत्पत्ति या आयुु संबंधी तथ्य पूर्णतया धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है।जैसे-ईसाई धर्म के अनुसार ईश्वर ने पृथ्वी का निर्माण 4004 ईसा पूर्व को …

अनाच्छादन

अनाच्छादन – अनाच्छादन बर्हिजनित भू-संचलन से संबंधित एक ऐसा संयुक्त प्रक्रम है जिसके अंतर्गत अपक्षय, अपरदन और बृहद क्षरण की क्रियाएं होती हैं। अपक्षय परिवहन की अनुपस्थिति में होने वाली एक ऐसी स्थैतिक प्रक्रिया है जिसके द्वारा चट्टानों में भौतिक एवं रासायनिक परिवर्तन होता है। परिणाम स्वरूप चट्टानें असंगठित होकर अवसादो में परिवर्तित हो जाती …

भौतिक भूगोल की प्रकृति एवं विषय क्षेत्र

भौतिक भूगोल की प्रकृति एवं विषय क्षेत्र –प्राचीन काल से ही भूगोल विचारकों के अध्ययन का एक केंद्र बिंदु रहा है।प्राचीन विचारकों यथा भारतीय , रोमन, यूनानी तथा मध्यकालीन एवं आधुनिक भूगोलवेत्ताओं ने भूगोल को परिभाषित करने का प्रयास किया है ।हम जानते हैं कि भूगोल आंग्ल भाषा के ज्योग्राफी का है। इसकी उत्पत्ति यूनानी …

27 March 2021 Current affairs

उपभोक्ता संरक्षण (ई-कॉमर्स) नियम, 2020 ● हाल ही में एक संसदीय समिति द्वारा उपभोक्ता संरक्षण (ई-कॉमर्स) नियम 2020 पर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की है। प्रमुख अनुशंसाए ● सरकार को अनुचित व्यापार प्रक्रियाओं को अधिक स्पष्ट रूप में परिभाषित करना चाहिए।● सरकार को इस मुद्दे से निपटने के लिए एक व्यावहारिक कानूनी उपाय निर्धारित करना चाहिए।● …

PRELIMS FACTS

● ICC T20 रैंकिंग में किस भारतीय महिला को प्रथम स्थान- शेफाली वर्मा● राज्य कर्मचारियों के वेतन में 30% की वृद्धि- तेलंगाना● भारत में पहली बार ‘Free Space Quantum Communication’ का प्रदर्शन- ISRO● औपचारिक स्वदेशी भाषा ज्ञान प्रणाली स्कूल का उद्घाटन- अरुणाचल प्रदेश● फिच ने 2021-22 में भारत की वृद्धि दर-12.8% का अनुमान● मूडीज ने …

महासागरीय जल धाराएं

महासागरीय जल का कार्य कई कारकों के द्वारा संपन्न होता है। जिनमें सागरीय लहर,सागरीय धाराएं सुनामी तथा ज्वारीय तरंग प्रमुख है।महासागरीय बेसिन में उत्पन्न जल के क्षेत्रीय व ऊर्ध्वाधर गति के द्वारा जल के चक्रीय प्रवाह से महासागरीय परिसंचरण का विकास होता है। इस परिसंचरण में जलीय सतह पर उत्पन्न क्षैतिज गति को जलधारा कहते …

PRELIMS FACTS

वित्त विधेयक 2021 में किए गए संशोधनों के अनुसार EPF अंशदान की नई सीमा क्या है, जिसमें ब्याज में छूट दी जाएगी? – 5 लाख रुपए रक्षा के संदर्भ में ‘वज्र’ क्या है, जिसे हाल ही में ख़बरों में देखा गया था?– अपतटीय गश्ती पोत कौन सा देश भारत के साथ ‘होमलैंड सिक्योरिटी डायलॉग’ को …

26 March 2021 Current affairs

कौशल प्रमाणन हाल ही में कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय ने सभी सरकारी विभागों से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि सरकारी अनुबंधों के तहत संलग्न श्रमिकों के पास उनके कौशल का आधिकारिक प्रमाणपत्र होना चाहिये। प्रारंभ में वर्ष 2021-22 में कुल श्रमबल के 10 प्रतिशत हिस्से को प्रमाणित किया जा सकता है। वर्ष …

ज्वार भाटा

ज्वार भाटा(Tides and Ebb)ज्वार भाटा अन्य महासागरीय गतियो यथा लहरें महासागरीय जलधारा सुनामी की तरह अत्यंत महत्वपूर्ण महासागरीय गतिविधि है। इसके कारण महासागर का संपूर्ण जल अर्थात महासागरीय सतह से लेकर नितल तक प्रभावित होता है। सूर्य और चंद्रमा की आकर्षण शक्ति के कारण सागरीय जल के ऊपर उठने तथा आगे बढ़ने को ज्वार तथा …