महासागरीय जल धाराएं

महासागरीय जल का कार्य कई कारकों के द्वारा संपन्न होता है। जिनमें सागरीय लहर,सागरीय धाराएं सुनामी तथा ज्वारीय तरंग प्रमुख है।महासागरीय बेसिन में उत्पन्न जल के क्षेत्रीय व ऊर्ध्वाधर गति के द्वारा जल के चक्रीय प्रवाह से महासागरीय परिसंचरण का विकास होता है। इस परिसंचरण में जलीय सतह पर उत्पन्न क्षैतिज गति को जलधारा कहते …

PRELIMS FACTS

वित्त विधेयक 2021 में किए गए संशोधनों के अनुसार EPF अंशदान की नई सीमा क्या है, जिसमें ब्याज में छूट दी जाएगी? – 5 लाख रुपए रक्षा के संदर्भ में ‘वज्र’ क्या है, जिसे हाल ही में ख़बरों में देखा गया था?– अपतटीय गश्ती पोत कौन सा देश भारत के साथ ‘होमलैंड सिक्योरिटी डायलॉग’ को …

26 March 2021 Current affairs

कौशल प्रमाणन हाल ही में कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय ने सभी सरकारी विभागों से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि सरकारी अनुबंधों के तहत संलग्न श्रमिकों के पास उनके कौशल का आधिकारिक प्रमाणपत्र होना चाहिये। प्रारंभ में वर्ष 2021-22 में कुल श्रमबल के 10 प्रतिशत हिस्से को प्रमाणित किया जा सकता है। वर्ष …

ज्वार भाटा

ज्वार भाटा(Tides and Ebb)ज्वार भाटा अन्य महासागरीय गतियो यथा लहरें महासागरीय जलधारा सुनामी की तरह अत्यंत महत्वपूर्ण महासागरीय गतिविधि है। इसके कारण महासागर का संपूर्ण जल अर्थात महासागरीय सतह से लेकर नितल तक प्रभावित होता है। सूर्य और चंद्रमा की आकर्षण शक्ति के कारण सागरीय जल के ऊपर उठने तथा आगे बढ़ने को ज्वार तथा …

महासागरीय नितल के उच्चावच्च

परिचय पृथ्वी की सतह पर स्थलखंडों की भांति महासागरों  विशेषकर महासागरीय नितल पर विभिन्न प्रकार की स्थलाकृतियों उत्पत्ति का मुख्य कारण भू – संचलन है।सरल शब्दों , अंतर्जनित एवं बहिर्जनित संचलन के सम्मिलित प्रभाव से महासागरीय नितल पर विभिन्न प्रकार की स्थलाकृति की उत्पत्ति होती है। हम जानते हैं कि ग्लोब के तीन चौथाई भाग पर ( लगभग 71%) जल मंडल का विस्तार है।महासागरों में प्रशांत महासागर सबसे बड़ा है। उसके बाद क्रमशः अटलांटिक व हिंद महासागर का स्थान आता है। महासागरीय तली का रूप महाद्वीपीय किनारे से लेकर महासागरीय नितल तक भिन्न-भिन्न होता है, महासागर …

महासागरीय धाराएं

महासागरीय धाराएं महासागरों के एक भाग से दूसरे भाग की ओर विरोध दिशा में जल के निरंतर प्रवाह को महासागरीय धारा कहते हैं। धारा के दोनों किनारों तथा उसके नीचे का जल स्थिर रहता है। महासागरीय धाराएं स्थलीय नदियों की अपेक्षा अधिक विशाल होती हैं। महासागरीय जल धाराओं के भिन्न-भिन्न रूप होते हैं जैसे- 1- …

प्रवाल भित्ति

परिचय प्रवाल कीट- प्रवाल कीट जुओजेन्थली के साथ सहजीवी के रूप में रहने वाले समुद्री जीव हैं। जुओजेन्थली हरे भूरे शैवाल की एक प्रजाति है जो प्रकाश संश्लेषण के द्वारा प्रवालों के लिए भोजन तैयार करते हैं। इसी कारण प्रवाल कीटों का रंग हरा भरा नजर आता है। जब कभी भी प्रवाल कीटों के विकास …

ढाल

परिचय:-ढाल भू-आकृति का प्रमुख अंग है। इसके आधार पर उच्च वच्च संबंधी विविधताओं का अध्ययन किया जाता है ।स्थल रूपों के निर्माण व विकास को ढाल प्रभावी ढंग से नियंत्रित करता है।इन्हीं मुख्य विशिष्टताओ के कारण भू आकृति में ढालों के अध्ययन पर काफी बल दिया जा रहा है। ढाल के तत्व:-ढाल के विशिष्ट रूपों …

PRELIMS FACTS

● किस देश ने 18 देशों के लिए 38 सैटेलाइट लांच किया है – रूस● हाल ही में जल मंत्रालय ने किन नदियों को लेकर नदी जोड़ो परियोजना पर हस्ताक्षर किया-केन बेतवा● भारत का पहला एंबुलेंस नेटवर्क पशुओं के लिए-आंध्र प्रदेश● केंद्रीय शिक्षा मंत्री पोखरियाल द्वारा शहीद भगत सिंह स्मारक का उदघाटन- दिल्ली विश्वविद्यालय● विश्व …

25 march 2021 Current affairs

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) ● हाल ही में भारत ने जिनेवा में UNHRC के बैठक में श्रीलंका के मानवाधिकार रिकॉर्ड पर होने वाले मतदान में भाग नहीं लिया। UNHRC के बारे में ● इसका पुनर्गठन वर्ष 2006 में इसकी पूर्ववर्ती संस्था, संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग के प्रति ‘विश्वसनीयता के अभाव’ को दूर करने में …