5-G परीक्षण चर्चा में क्योंहाल ही में दूरसंचार विभाग ने, दूरसंचार सेवा प्रदाताओं को 5-G प्रौद्योगिकी के परीक्षण की अनुमति दे दी है।तथ्य• परीक्षण अवधि – 6 माह• शहरी क्षेत्र, अर्ध शहरी क्षेत्र में तथा ग्रामीण क्षेत्र में।• TSPs की विभिन्न बैडो में प्रायोगिक स्पेक्ट्रम प्रदान किए जाएंगे।• टेली-मेडिसिन,टेली-शिक्षा, Augmented/virtual reality आदि का परिक्षण।5-G प्रौद्योगिकी• …
मॉडल इंश्योरेंस विलेज भारतीय बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (IRDAI) ने ग्रामीण क्षेत्रों में बीमा संबंधी सेवाओं को बढ़ावा देने के लिये ‘मॉडल इंश्योरेंस विलेज’ (MIV) की अवधारणा को प्रस्तुत किया है। आर्थिक सर्वेक्षण 2020-21 के अनुसार, भारत में बीमा संबंधी सेवाओं की पहुँच, जो वर्ष 2001 में 2.71% थी, वर्ष 2019 में 3.76% तक …
ताइवान द्वारा भारत की मदद चर्चा में क्यों हाल ही में ताइवान द्वारा भारत को कोविड-19 महामारी का मुकाबला करने हेतु ऑक्सीजन कंसंट्रेटर (Oxygen Concentrators) और सिलेंडर (Cylinders) के रूप में सहायता उपलब्ध कराई गई है। तथ्य यह सहायता भारत और ताइवान के मध्य बढ़ते संबंधों को दर्शाती है, विशेष रूप से ऐसे समय में …
वित्तीय क्षेत्र और जलवायु परिवर्तन चर्चा में क्योंहाल ही में R.B.I नेटवर्क फॉर ग्रिनिंग द फाइनेंशियल सिस्टम में शामिल हुआ है।प्रमुख बिंदु जलवायु परिवर्तन से वित्तीय स्थिरता की जोखिम। भौतिक जोखिम – मौसम का चरम और धीमा होना। ट्रांजिशन जोखिम – नीतियों/संख्याओं में निम्न कार्बन उत्सर्जन के कारण परिवर्तन। हाल में प्रकाशित वैश्विक जोखिम रिपोर्ट- …
कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी (CSR) व्यय विशेषज्ञों द्वारा सरकार से कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी (CSR) नियमों को आसान बनाने की मांग की जा रही हैं, ताकि कोविड पीड़ित कर्मचारियों के इलाज और उनके टीकाकरण से संबंधित कॉरपोरेट व्यव को CSR व्यव के तहत कवर किया जा सके। वर्तमान CSR मानदंडों के तहत, कंपनियों को अपने अनिवार्य CSR …
नेट ज़ीरो उत्पादक मंच सन्दर्भ कतर, अमेरिका, सऊदी अरब, कनाडा और नॉर्वे द्वारा सम्मिलित रूप से एक ‘सहकारी मंच’ (कोआपरेटिव फोरम) का निर्माण किया जा रहा है, यह मंच नेट ज़ीरो उत्सर्जन हेतु व्यावहारिक रणनीतियों का विकास करेगा। ये देश सामूहिक रूप से, 40% वैश्विक तेल और गैस उत्पादन के लिए जिम्मेदार हैं। ‘नेट ज़ीरो …
भारत-जापान हाल ही में जापान के प्रधानमंत्री के साथ टेलीफोन वार्ता के दौरान भारतीय प्रधानमंत्री ने उच्च प्रौद्योगिकी, कौशल विकास और कोविड-19 महामारी से लड़ने सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। प्रमुख बिंदु: कोविड-19 की स्थिति: इस दौरान महामारी से उत्पन्न चुनौतियों को दूर करने के लिये भारत-जापान सहयोग के महत्त्व पर प्रकाश डाला गया …