10 February2021 Current affairs

 गगनयान मिशन 

चर्चा में क्यों?

      गगनयान मिशन पर जाने वाले अंतरिक्ष यात्री मैसूर स्थित डिफेंस फूड रिसर्च लेबोरेट्री द्वारा तैयार विशिष्ट व्यंजन अपने साथ ले जा सकेंगें जिसमे बिरयानी, खिचड़ी, अचार इत्यादि व्यंजन शामिल होंगें।

     प्रमुख बिन्दु

  • मैसूर स्थित डिफेंस फूड रिसर्च लेबोरेट्री के स्पेस फूड एंड लॉजिस्टिक्स विंग ने एयरो इंडिया -2021(बंगलुरु) में अपने उत्पादों का प्रदर्शन किया था।

   गगनयान मिशन के बारे मे

  • इसरो के मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम के तहत, गगनयान पहला भारतीय अंतरिक्षयात्री मिशन होगा।
  • गगनयान को भारत की आजादी के 75वें वर्ष के उपलक्ष्य में 2022 तक शक्तिशाली जीएसएलवी एमके III रॉकेट द्वारा प्रक्षेपित किया जाएगा।
  • गगनयान मिशन सात दिनों का मिशन होगा। इस मिशन के अंतरिक्ष यात्री फिलहाल, रूस में ट्रेनिंग ले रहे हैं।
  • 15 अगस्त 2018 को, भारत के 72वें स्वतंत्रता दिवस पर घोषणा की थी कि वर्ष 2022 तक, तिरंगे के साथ भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में भेजा जाएगा।

  वन नेशन-वन राशन कार्ड 

चर्चा में क्यों?

       हाल ही में राजस्थान वन नेशन-वन राशन कार्ड (One Nation One Ration Card) सुधार को लागू करने वाला 12वां राज्य बन गया है।

   प्रमुख बिन्दु

  • राजस्थान ‘वन नेशन-वन राशन कार्ड’ सुधार को लागू करने वाला 12वां राज्य बन गया है।
  • राजस्थान खुले बाजार से उधारी के माध्यम से 2,731 करोड़ रुपये के अतिरिक्त वित्तीय संसाधन जुटाने का पात्र हो गया है।
  • 11 अन्य राज्यों आन्ध्र प्रदेश, गोवा, गुजरात, हरियाणा, कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, त्रिपुरा और उत्तर प्रदेश के साथ शामिल हो गया है।

   वन नेशन-वन राशन कार्ड के बारे मे

  • वर्ष 2019 में ‘वन नेशन-वन राशन कार्ड’ व्यवस्था को राशन कार्डों की अंतर-राज्यीय पोर्टेबिलिटी सुविधा के तहत शुरू किया गया था।
  • इसके क्रियान्वयन से लाभार्थियों विशेषकर प्रवासी श्रमिकों और उनके परिवारों को राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम, 2013 के अंतर्गत देश भर में किसी भी राशन कार्ड की दुकान पर राशन की उपलब्धता सुनिश्चित हो जाती है।
  • इस योजना के तहत किसी भी राज्य का व्यक्ति किसी भी सार्वजनिक वितरण प्रणाली की दुकान से राशन ले सकता है।

आइंस्टीनियम

चर्चा में क्यों

पिछले सप्ताह विज्ञान से संबंधित प्रसिद्ध पत्रिका नेचर में प्रकाशित एक नए अध्ययन में पहली बार कर्ताओं ने आइंस्टीनियम के विशेषताओं की पहचान की है।

 आइंस्टीनियम क्या है?

आइंस्टीनियम तत्व की खोज सन 1952 में हाइड्रोजन बम(प्रशांत महासागर में आईबी माइक lvy Mike नामक एक थर्मोन्यूक्लियर उपकरण का विस्फोट) विस्फोट के मलबे में की गई थी। इसका नाम विश्व विख्यात वैज्ञानिक आइंस्टीन के नाम पर रखा गया है।

 आइंस्टीनियम के विशिष्ट गुण

1. इसका निर्माण करना अत्यंत कठिन है और यह एक रेडियोधर्मी पदार्थ है।

2. आइंस्टीनियम तत्व का सबसे सामान्य समस्थानिक,  आइंस्टीनियम 253 है जिसकी अर्थ आयु मात्र 20 दिन है।

3. यह तत्व नग्न आंखों से दिखाई नहीं देता है, यहां तक की इसे नग्न आंखों से देखे जा सकने योग्य मात्रा बनाए जाने में 9 वर्ष का समय लग गया।

एलन बॉर्डर मेडल 

   चर्चा में क्यो

      पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान , स्टीव स्मिथ ने एलन बॉर्डर मेडल जीता है । यह उनका तीसरा एलन बॉर्डर मेडल है । 

  • बेथ मूनी को बेलिंडा क्लार्क पुरस्कार 2021 से सम्मानित किया गया है ।
  •  यह उनका पहला बेलिंडा क्लार्क पुरस्कार है । 
  • उन्हें ऑस्ट्रेलियाई महिला क्रिकेट में उनके योगदान के लिए पुरस्कार मिला है । 
  • 2020 में , डेविड वार्नर ने एलन बॉर्डर मेडल जीता था और एलिसे पेरी ने बेलिंडा क्लार्क पुरस्कार जीता था । 

    ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट पुरस्कार

  • एलन बॉर्डर मेडल – यह नाम पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर ऑस्ट्रेलिया की सर्वश्रेष्ठ एलन बॉर्डर के नाम पर रखा गया है। यह ऑस्ट्रेलियाई पुरुषों के क्रिकेट में प्रतिष्ठित पुरस्कार है । इसे 2000 मे शुरू किया गया था । बेलिंडा क्लार्क के नाम पर है ।
  • इसका बेलिंडा क्लार्क अवार्ड :- यह ऑस्ट्रेलिया की सर्वश्रेष्ठ महिला अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर को दिया जाता है । यह पुरस्कार पूर्व ऑस्ट्रेलियाई महिला टीम की कप्तान बेलिंडा क्लार्क के नाम पर है ।

कृषि भूमि उपजाने वाले नये संगठनों ( एफपीओ ) के निर्माण और प्रोत्साहन 

  चर्चा में क्यों

    कृषि मंत्रालय द्वारा ” कृषि भूमि उपजाने वाले 10,000 नये संगठनों का निर्माण और उन्हें प्रोत्साहन ( एफपीओ ) ” नामक एक नई योजना शुरू की गई है । 

  • इस योजना का मुख्य उद्देश्य एफपीओ के माध्यम से छोटे और सीमांत किसानों की मदद करना है । 
  • यह उनकी उपज की उत्पादकता में सुधार के लिए नई तकनीक , ऋण और बाजारों तक पहुंचने में उनकी मदद करेगा ।
  •  यह 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने की सरकार के विज़न में मदद करेगा ।
  • यह रोजगार पैदा करने और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में मदद करेगा । 

   योजना की विशेषताएं 

  • इस योजना के तहत , पाँच वर्षों में 10,000 नई एफपीओ का गठन किया जाएगा । 
  • एफपीओ का निर्माण और प्रोत्साहन नौ कार्यान्वयन एजेंसियों के माध्यम से किया जाएगा ।
  • कार्यान्वयन एजेंसियों की सहायता से क्लस्टर आधारित व्यापार संगठनों एफपीओ को बढ़ावा देंगे ।
  •  नफेड अन्य कार्यान्वयन एजेंसियों की मदद से एफपीओ को बाजार और मूल्य श्रृंखला लिंकेज प्रदान करेगा । 
  • समग्र परियोजना मार्गदर्शन , समन्वय और डेटा रखरखाव के लिए एक राष्ट्रीय परियोजना प्रबंधन एजेंसी की स्थापना की जाएगी । 
  • प्रत्येक एफपीओ को 3 वर्षों की अवधि के लिए 18.00 लाख रुपये की वित्तीय सहायता मिलेगी ।
  •  हर एफपीओ को 2 करोड़ रुपये की क्रेडिट गारंटी सुविधा भी प्रदान की जाएगी । 
  • जिले में योजना के समन्वय और निगरानी के लिए एक जिला स्तरीय निगरानी समिति का गठन किया जाएगा । 
  • भारत के विभिन्न प्रशिक्षण संस्थानों के माध्यम से एफपीओ को प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा ।
  •  टीम रूद्रा – मुख्य मेंटर – वीरेेस वर्मा (T.O-2016 pcs ) 
  • अभिनव आनंद (डायट प्रवक्ता) 
  • डॉ० संत लाल (अस्सिटेंट प्रोफेसर-भूगोल विभाग साकेत पीजी कॉलेज अयोघ्या 
  • अनिल वर्मा (अस्सिटेंट प्रोफेसर) 
  • योगराज पटेल (VDO)- 
  • अभिषेक कुमार वर्मा (प्रतियोगी)
  • प्रशांत यादव – प्रतियोगी – 
  • कृष्ण कुमार (kvs -t ) 
  • अमर पाल वर्मा (kvs-t ,रिसर्च स्कॉलर)
  • मेंस विजन – आनंद यादव (प्रतियोगी ,रिसर्च स्कॉलर)
  • प्रिलिम्स फैक्ट विशेष सहयोग- एम .ए भूगोल विभाग (मर्यादा पुरुषोत्तम डिग्री कॉलेज मऊ) ।

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